बैंकॉक, थाईलैंड (सीएनएन) – म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप ने पूरे दक्षिणपूर्व एशिया को हिलाकर रख दिया। इस भूकंप के झटके म्यांमार के ग्रामीण इलाकों से लेकर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक महसूस किए गए। म्यांमार की सैन्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है, जो चार साल के गृहयुद्ध के बाद एक दुर्लभ कदम है।
भूकंप का विनाशकारी प्रभाव
भूकंप का केंद्र म्यांमार के मांडले शहर के पास स्थित सागाइंग क्षेत्र में था, जो पहले से ही गृहयुद्ध की मार झेल रहा है। इस भूकंप के बाद कई आफ्टरशॉक्स आए, जिनमें से एक 6.4 तीव्रता का था। भूकंप के झटके चीन के युन्नान प्रांत तक महसूस किए गए।
म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने शुक्रवार देर रात बताया कि अब तक 144 लोगों की मौत हो चुकी है और 730 से अधिक घायल हैं। थाईलैंड में भी कई लोगों के मारे जाने की खबर है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, मरने वालों की संख्या 10,000 तक पहुंच सकती है।
म्यांमार में आपदा पर आपदा

म्यांमार पहले से ही चार साल से गृहयुद्ध झेल रहा है, जिसमें सैन्य सरकार और विभिन्न विद्रोही गुटों के बीच संघर्ष जारी है। इस संघर्ष ने देश के स्वास्थ्य ढांचे को बुरी तरह कमजोर कर दिया है, जिससे बड़ी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की क्षमता लगभग खत्म हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र के म्यांमार विशेष रैपोर्टेयर टॉम एंड्रयूज ने कहा, “यह भूकंप एक आपदा के ऊपर दूसरी आपदा लेकर आया है। पहले से ही 20 लाख लोगों को मानवीय सहायता की जरूरत है और 3.5 लाख लोग विस्थापित हैं। मैं सोचकर ही कांप जाता हूं कि अगले कुछ दिनों में बचाव अभियान के दौरान क्या होगा।”
म्यांमार के एक निवासी टुन क्याव (26) ने सीएनएन को बताया, “भूकंप इतना तेज था कि हम तुरंत बिल्डिंग से बाहर नहीं भाग पाए। लग रहा था कि पूरी इमारत ढह जाएगी। मुझे यकीन नहीं था कि मैं जिंदा बच पाऊंगा।”

थाईलैंड में भी तबाही
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप के झटके इतने तेज थे कि एक निर्माणाधीन हाई-राइज इमारत ढह गई। इस इमारत में 100 से अधिक मजदूर फंसे हुए हैं, जिनके बचने की उम्मीद कम है। बैंकॉक के उप-गवर्नर तविदा कामोलवेज ने बताया कि शहर में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
सुणन केनकियत (31), जो इस इमारत में फायर स्प्रिंकलर सिस्टम पर काम कर रहे थे, ने बताया, “भूकंप आते ही सब कुछ हिलने लगा। सीमेंट के टुकड़े गिरने लगे, फिर तीन बड़े धमाके हुए और सब कुछ धूल से भर गया। मैंने चिल्लाकर सबको भागने को कहा।” वह तो बच गए, लेकिन उनके कई साथी अब भी मलबे में दबे हुए हैं।
बैंकॉक प्रशासन ने शहर की दो इमारतों को खाली करवा लिया है, जिनमें भूकंप से नुकसान हुआ है। शहर भर में 1,000 से अधिक संरचनात्मक समस्याओं की रिपोर्ट मिली है, जिनकी जांच की जा रही है।

अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील
म्यांमार की सैन्य सरकार ने दुर्लभ रूप से अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है। सैन्य शासक मिन आंग ह्लाइंग ने कहा, “हम उन सभी संगठनों और देशों का स्वागत करते हैं जो हमारे देश के लोगों की मदद करना चाहते हैं।”
हालांकि, म्यांमार के अधिकांश हिस्सों में संचार और बिजली ठप है, जिससे सहायता कार्यों में बाधा आ रही है। अमनेस्टी इंटरनेशनल ने सैन्य सरकार से अपील की है कि वह सहायता संगठनों को बिना रोक-टोक काम करने दे।
निष्कर्ष
यह भूकंप म्यांमार और थाईलैंड के लिए एक बड़ी त्रासदी है। म्यांमार, जो पहले से ही गृहयुद्ध और आर्थिक संकट से जूझ रहा है, अब इस नई आपदा से उबरने में काफी समय लगेगा। थाईलैंड में भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है, लेकिन वहाँ बेहतर बचाव व्यवस्था के कारण स्थिति नियंत्रण में है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपेक्षा है कि वह म्यांमार और थाईलैंड के लोगों की मदद के लिए आगे आएगा, खासकर उन लाखों लोगों के लिए जो अब बेघर हो चुके हैं।